पदचिन्ह उन्हीं के बनते हैं जो सबसे आगे जाते हैं। पदचिन्ह उन्हीं के बनते हैं जो सबसे आगे जाते हैं।
बुढ़ापे में साथी यात्री सब अलग हो गये कोई पीछे रह गये, कोई आगे बढ़ गये बुढ़ापे में साथी यात्री सब अलग हो गये कोई पीछे रह गये, कोई आगे बढ़ गये
नियति उनकी कैसी थी कभी द्वार तेरे वो न जा सके। नियति उनकी कैसी थी कभी द्वार तेरे वो न जा सके।
लड़का जा रहा है... लड़का जा रहा है...
पीछे, पीछे जा रहा। पीछे, पीछे जा रहा।
पीछे वाली बेंच से। पीछे वाली बेंच से।